बैकलिंक कैसे बनाए – backlink kaise banaye

अगर आप अपनी साइड के ट्रैफिक और डोमेन अथॉरिटी को बढ़ाना चाहते हैं तो आप बैकलिंक के जरिए दोनों बढ़ा सकते हैं। बैकलिंक ही एक ऐसा चीज है जिसके बिना चाह कर भी आप अपने साइट को रैंक नहीं करा सकते हैं।

अगर आपकी भी ब्लॉग वेबसाइट है और बैकलिंक के बारे में थोड़ा बहुत सुना है, तो आज हम बैकलिंक क्या होते हैं, Dofollow links और Nofollow links इन सभी के बारे में इस आर्टिकल में आपको बताएंगे। अगर आप भी बैकलिंक के जरिए अपने ब्लॉग की रैंकिंग बढ़ाना चाहते हैं, ट्रैफिक लाना चाहते हैं, तो आर्टिकल को पूरा ध्यान से जरूर पढ़िए।

क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको बैकलिंक से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं जैसे: बैकलिंक कैसे बनाए, बैकलिंक बनाने के फायदे, बैकलिंक कैसे चेक करे आदि। आइए बिना देर किए आर्टिकल की शुरुआत करते हैं और जान लेते हैं बैकलिंक क्या है?

बैकलिंक क्या है? – What is backlink?

बैकलिंक का मतलब होता है जब हम अपनी साइट के लिंक को किसी दूसरे के साइट के साथ जोड़ते हैं या किसी दूसरे की साइट का लिंक अपनी साइट में ऐड करते हैं। इसी को बैकलिंक कहते हैं।

बैकलिंक यानी की ऑफ पेज एसईओ (off page seo) हमे किसी भी कीवर्ड में रैंक करने में मदद करता है। बैकलिंक के कुछ टाइप है जिन्हे समझना बहुत जरूरी है। इसलिए नीचे हमने बैकलिंक के प्रकार को समझाने की कोशिश की है।

बैकलिंक कितने प्रकार के होते हैं? – What are the types of backlinks?

बैकलिंक क्या है यह तो आप समझ ही गए होंगे आइए अब इसके प्रकार को समझते हैं।

बैकलिंक 2 प्रकार के होते है –

  1. ​Dofollow backlink
  2. ​Nofollow backlink

Dofollow backlink: एक वेबसाइट से दूसरे वेबसाइट में जाने का रास्ता होता है यह लिंक जूस पास करने में मदद करता है इसे dofollow link कहा जाता है। यह आपकी वेबसाइट के लिए काफी फायदेमंद होता है और सर्च इंजन में आपकी साइट के रैंकिंग को बढ़ाता है।

Nofollow backlink: dofollow links से बिल्कुल अलग होते हैं अगर आप Nofollow link डालते हैं, तो इससे आपको लिंक जूस नहीं मिलेगा ना ही आपकी साइट के रैंकिंग के लिए काम करेगा क्योंकि नो फॉलो बैकलिंक की सर्च इंजन में कोई वैल्यू नहीं है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप कभी भी नो फॉलो बैकलिंक बनाएंगे ही नही।

अगर आपके साइट का सभी लिंक डू फॉलो होगा तो गूगल को आपका प्रोफाइल लिंक नैचुरल नहीं लगेगा। जिससे आपको दिक्कत हो सकती है। इसलिए कुछ नो फॉलो लिंक भी बनाए। यह कुछ हद तक सही होते हैं और आपके प्रोफाइल लिंक को नैचुरल बनाते हैं।

बैकलिंक कैसे बनाए? – How to make backlink in hindi?

बैकलिंक कैसे बनाए जाते हैं यह अभी तक आप नहीं समझ पाए हैं, तो नीचे हमने आपको विस्तार से बताने की कोशिश की है। जिससे आप आसानी से अपनी साइट के लिए बैकलिंक बना पाएंगे। बैकलिंक बनाने के तरीके ये कुछ तरीके है जिनकी मदद से आप आसानी से बैकलिंक बना सकते है।

गेस्ट पोस्ट करके बनाए बैकलिंक

गेस्ट पोस्ट में आप किसी दूसरे की साइट के लिए यूनिक और हाई क्वालिटी कांटेक्ट तैयार करते हैं और फिर इसमें आप अपने किसी पोस्ट का लिंक ऐड करते हैं। इस लिंक के द्वारा आपके साइट में ट्राफिक आती है। गेस्ट पोस्ट स्ट्रांग बैकलिंक बनाने का एक बहुत अच्छा तरीका है।

आप इंटरनेट पर सर्च करके अपने लिए पॉपुलर वेबसाइट ढूंढ सकते हैं जो की गेस्ट पोस्ट एक्सेप्ट करती हैं। जिससे आपको अपनी साइट के लिए बैकलिंक मिलती है।

बैकलिंक के लिए सोशल मीडिया साइट का यूज़ करें

जितने भी सोशल मीडिया साइट है उनमें प्रोफाइल क्रिएट करके आप अपने पोस्ट को शेयर करके भी बैकलिंक बना सकते हैं क्योंकि सोशल मीडिया शेयरिंग करना भी बैकलिंक ही होता है। सोशल मीडिया से ट्रैफिक आने का मतलब है आपका पोस्ट काफी नॉलेजेबल है। तब गूगल उस ब्लॉग की रैंकिंग को भी बढ़ाता है।

ब्लॉग कमेंटिंग के जरिए बनाए बैकलिंक

ब्लॉग कमेंटिंग बैकलिंक बनाने का बेहतरीन तरीका है। इसके लिए आपको अपने कैटेगरी से रिलेटेड है हाई अथॉरिटी साइट पर जाकर कमेंट करना होता है। कमेंट के नीचे अपना ईमेल और वेबसाइट वाली जगह पर आप अपने पोस्ट का लिंक भी ऐड करके बैकलिंक बना सकते है।

Forums के जरिए बैकलिंक बनाएं

बहुत सारी क्वेश्चन आंसर Forums site मौजूद है उनमें अकाउंट क्रिएट करने के बाद अपने निच से रिलेटेड क्वेश्चन को चुनकर उनका आंसर दे सकते हैं और उसने अपने किसी दूसरे पोस्ट का लिंक ऐड कर सकते हैं इससे आपके साइड को बैटिंग मिलेगी और आपको अच्छा ट्रैफिक मिलने लगेगा।

Quora से बनाएं बैकलिंक

बैकलिंक बनाने के लिए quora का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए भी दूसरे के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर तैयार किया जाता है उन उत्तर में अपने पोस्ट कर लिंक ऐड करके बैकलिंक बनाई जाती है। इससे अच्छा ट्रैफिक आपको मिलने लगेगा।

बैकलिंक कैसे चेक करें?

बैकलिंक क्रिएट करने के बाद उसे चेक करने या मॉनिटर करने के लिए हमें बैकलिंक चेकर टूल की जरूरत होती है क्योंकि समय समय पर बैकलिंक को चेक करते रहना भी बहुत जरूरी है। इसलिए हम आपको कुछ फ्री बैकलिंक चेकर टूल के बारे में बताने वाले है।

इसका इस्तेमाल करके आप अपनी वेबसाइट के बैकलिंक को चेक कर पाएंगे साथ ही अपने कंपीटीटर की साइट का बैकलिंक भी देख पाएंगे। जिससे आपको पता चलेगा कि उन्होंने कहां-कहां से बैक लेन बनाई है।

नीचे बताए गए सभी फ्री टूल के फ्री प्लान का इस्तेमाल करके अपनी साइट के बैकलिंक को चेक कर पाएंगे –

  • Ahrefs Backlink Checker
  • Semrush
  • Moz’s link explorer
  • Ubersuggest

बैकलिंक के फायदे क्या है?

  • इससे आपके ब्लॉग वेबसाइट की रैंकिंग में सुधार होता है। बैकलिंक एक ऐसा जरिया है जिसकी मदद से आप अपने ब्लॉग, वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में हाई बैंक करवा सकते हैं।
  • बैकलिंक के जरिए ही आप अपने पोस्ट, पेज को फास्ट इंडेक्स करवा सकते हैं क्योंकि सर्च रिजल्ट के बॉट बैकलिंक के जरिए आपकी साइट तक पहुंच सकते हैं और क्रॉल कर सकते हैं।
  • रेफरल ट्रैफिक मिलता है रेफरल ट्रैफिक सर्च इंजन से नहीं बल्कि आप किसी दूसरे के साइट में अपने ब्लॉग का लिंक ऐड किए होते हैं उससे आता है। इसी को रेफरल ट्राफिक कहते हैं।
  • बैकलिंक बनाने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि बिना प्रमोशन के ही आपकी साइट ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचती है।

निष्कर्ष (conclusion)

हमने जाना बैकलिंक कैसे बनाए – backlink kaise banaye इस आर्टिकल के द्वारा हमने आपको बैकलिंक क्या है, बैकलिंक के प्रकार और बैकलिंक के फायदे इन सभी जानकारी को सरल शब्दों में समझाने की कोशिश की है।

हमें उम्मीद है backlink kaise bnaye इसके बारे में सभी जानकारी आपको समझ में आ गई होगी और अगर आपके मन में इससे जुड़ा कोई सवाल है तो हम कमेंट में पूछ सकते है।

अगर आपको हमारा आर्टिकल हेल्पफुल लगा है, तो इसे अपने फ्रेंड्स और फैमली के साथ शेयर जरूर करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here